5 फेबररी से लखनऊ विस्वविद्याले के परिसर में आयोजित पुस्तक मेला अपने तीसरे दिन भी पूरे शबाब पर रहा जो 11 फेबररी तक चलेगा यहाँ लगभग सभी स्टॉलो पर भीड़ देखी जा रही है पहले दिन कि अपेछा सभी स्टॉल मालिको ने अपने-अपने स्टॉल पूरी तरह व्यवस्थित कर लिए है इस पुस्तक मेले में तकरीबन 100 स्टॉल लगे है जिनमे बच्चो,जवान,बड़े-बुजुर्गो आदि सभी लोगो के लिए पुस्तके मौजूद है स्टॉल मालिक इस रौनक से काफी खुस है उनका कहना है कि पहले के पुस्तक मेलो कि अपेछा यहाँ पर ज्यादा लोग आ रहे है और बिक्री भी ज्यादा हो रही है केवल दो ही दिनों में लाखो की पुस्तके बिक गई है वही कई स्टॉल मालिको को दोबारा से पुस्तके मंगवानी पड़ रही है सभी स्टॉल मालिक परिसर कि व्यवस्था से काफी खुश है इस पुस्तक मेले में कई स्टॉल तो केवल बच्चो के लिए ही बनाए गए है जहाँ कॉमिक्स से लेकर चुटकुलों तक की सभी पुस्तके मौजूद है वही बच्चो के लिए कहानी की भी कई पुस्तके मेले में मौजूद है लेकिन इन पुस्तकों को बच्चे ही नहीं बल्कि बड़े भी काफी रूचि से पढ़ रहे है और अपने बचपन की यादो में खो जा रहे है पुस्तक मेले में आए नितिन जी कहते है की मै इस पुस्तक मेले में अपने लिए कुछ फैशन से जुडी किताबे लेन आया था लेकिन इन किताबो को दखकर मै अपने बचपन में खो गया और यहाँ से कई पुस्तके ले जा रहा हू वही कई स्टॉलो में सेहत के शौकीन लोगो के लिए भी कई पुस्तके मौजूद है जिनमे बॉडी बिल्डिंग से लेकर योग तक कई पुस्तके मौजूद है यहाँ कई स्टॉलो पर तो केवल सेहत से जुडी पुस्तके ही मिल रही है जैसे गुड हेल्थ बुक सेंटर जिसमे अर्नोल्ड से लेकर बाबा रामदेव पर लिखी कई पुस्तके मौजूद है इस स्टॉल में कसरत करने वाले नौजवानों के लिए खाने से लेकर बॉडी बनाने के नुश्खो की कई पुस्तके मौजूद है वही यहाँ महिलाओ का भी खास ध्यान रखा गया है यहाँ कई स्टॉल महिलाओ को अपनी ओर आकर्षित कर रहे है जिनमे गृह्सोभा से लेकर खाना बनाने के तरीको तक यहाँ तक की सास और बहु पर भी कई पुस्तके मौजूद है वही इस पुस्तक मेले में दलितों पर लिखी पुस्तकों पर भी काफी जोर दिया गया है यहाँ दलित पुस्तकों के लिए कई स्टॉल लगे है जहा सम्यक प्रकाशन जिसमे ज्यादातर पुस्तके दलितों पर ही मिलती है यहाँ पर बाबा साहब आंबेडकर,मायावती,माता प्रशाद आदि पर लिखी कई पुस्तके मौजूद है वही उर्दू प्रेमिओ के लिए भी कई स्टॉल लगे है जिनमे मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी ,अल मुस्तफा पुब्लिकेसन शामिल है जिनमे दश ही नहीं विदेश की भी कई पुस्तके शामिल है यहाँ पर कुरान कई भाषाओ में पुस्तके मौजूद है साथ ही साथ उर्दू की कई किताबे भी मौजूद है इसका अलावा आध्यात्म,मीडिया,प्रेमचंद्र,कबीर,तुलसी,वेद,रामायण,गीता सभी मौजूद है ये पुस्तक मेला पढने के शौकीन लोगो के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है ऐसा नहीं कि यहाँ केवल पुस्तके ही है बल्कि आयुर्वेद से जुडी चीजे भी मौजूद है यहाँ पर एक स्टॉल आयुर्वेद का भी है जिसमे आँखों और चेहरे के लिए अलुवीरा से बने आई पैक और फेस पैक 100 रूपए में मौजूद है जिससे काला पन, आँखों की थकावट दूर हो जाती है इस स्टॉल में खासी भीड़ दखी जा रही है जहा आयुर्वेद के इलाज पर लोग विश्वास दिखा रहे है
वही मेले में बना टोएलेट भी लोगो के आकर्षण का कन्द्र बना हुआ है पुस्तक मेले में आये काफी लोगो ने इसका आनंद उठाया लकड़ी का बना ये टोएलेट लोगो को काफी भा रहा है
इस भव्य पुस्तक मेले में एक शक्श ने अचानक ही सबका ध्यान आकर्षित कर लिया जो भगवा वस्त्र पहने हुए है और एक पुस्तक पढ़ रहा है मुझे लगा की ये आद्यात्म से जुडी कोई पुस्तक पढ़ रहा होगा लकिन जब उस पुस्तक पर नजर गई तो दखा की ये पुस्तक आध्यात्म की नहीं बल्कि सेक्स क्या है समझे है मै आश्चर्यचकित रह गया मैंने उनसे पुछा तो उन्होंने अपना नाम स्वामी कल्याण देव बताया जो फ़ैजाबाद से आये हुए है उनसे ये पूछने पर की आप इस तरह की पुस्तक क्यों पढ़ रहे है उनका कहना था की इसमें क्या खराबी है और आश्चर्य तब हुआ जब पता चला की अमर स्वामी प्रकाशन विभाग का स्टॉल उनके शिष्यों का है उसके बाद उन्हें भगवा वस्त्रो का लिहाज आया तो उन्होंने ऋग्वेद की पुस्तक उठा ली
मेले के स्टॉल मालिको का कहना है कि मेले से काफी पुस्तके गायब हो जाती है और यहाँ सुरक्षा कि द्रस्ट से पुख्ता इन्तेजाम कुछ कम है जहा पुस्तक मेले में आने और जाने के लिया केवल एक ही द्वार रखा गया है जो किसी भी अनहोनी को बड़े हादसे में बदल सकती है यहाँ कोई भी आपदा द्वार नहीं है
बेटे समय समाप्त हुआ लेट इंट्री
ReplyDeleteसर कोई बहाना नहीं बनाऊंगा फिरभी बता दीजिया कि ठीक ठाक लिखा है वैसे कैफे देर से खुला था इस वजह से कुछ लेट हो गया
ReplyDelete